पलामू। भारतीय स्टेट बैंक की कृषि विकास शाखा सतबरवा से मृत खाताधारी के नाम पर 13 हजार रुपये की निकासी करने वाले पोंची के बिलरियाटांड के तिलेश्वर भुइयां को हिरासत में ले लिया गया है। प्रबंधक मनीष प्रसाद एवं सीनियर अकाउंटेंट अभय कुमार सिंह ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चिन्हित करते हुए आरोपित को सतबरवा थाना पुलिस को सौंप दिया। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है। थाना प्रभारी विश्वनाथ कुमार राणा ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की है।
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वहीं अकाउंटेंट अभय कुमार सिंह ने बताया कि 27 मार्च 2025 को मानसोती गांव के दिवंगत विश्वनाथ मोची के एसबीआई अकाउंट संख्या 31948894…से 13 हजार रुपये की अवैध निकासी दो बजकर दो मिनट पर तिलेश्वर भुइयां ने कर ली थी। उसने स्वीकार किया है कि उसके पीछे एक बच्चा बैंक लाइन में खड़ा था जो बार-बार मुझे विश्वनाथ मोची का नाम लेने तथा मृतक के पासबुक से पैसे निकालने के कह रहा था। पैसे निकासी के बाद मुझे एक हजार रुपये दिया गया। बाकी पैसे निकलवाने वाले ने रख लिया। विश्वनाथ के अनुसार पैसे निकलवाने वालों की संख्या तीन थी।
मामले का खुलासा मृतक की पत्नी सहोदरी देवी के सीएसपी में बैंक अकाउंट चेक करने के बाद हुआ था। सहोदरी के अनुसार उसके पति की मौत 14 जून 2024 को हो गई है। पांच मई 2025 को बैंक गई और इसकी जानकारी दी। बताया कि मैंने मुक्ता गांव के रब्बानी अंसारी को पासबुक चेक करने के लिए दिया था। उसने ताबर गांव के सीएसपी संचालक इश्तियाक को यह कहकर पासबुक सौंप दिया था कि आप बैंक जाते हैं, एफेडिफीट कराने के बाद पैसे की निकासी उसकी पत्नी को करा देंगे।
अकाउंटेंट के अनुसार सीएसपी संचालक इश्तियाक के बाद बैंक पासबुक बोहिता के परवेज अंसारी तथा सेहरा के उस्मान अंसारी के पास से पहुंचा था। इन तीनों की मिलीभगत से पैसों की निकासी हुई। रब्बानी ने बैंक को लिखित आवेदन देकर बताया है कि करीब एक माह पासबुक रखने के बाद सीएसपी संचालक ने उसे पासबुक लौटा दिया था।
मामले को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष मेघनाथ राम, वरिष्ठ झामुमो नेता पूर्व अध्यक्ष सरवन गुप्ता, बाबू भाई ने झारखंड के मुख्श्मंत्री हेमंत सोरेन तथा आरबीआई को पत्र लिखकर बैंक में हुई गड़बड़ी की जानकारी दी थी। इस दौरान बैंक के एक अकाउंटेंट का तबादला अखबार में छपी खबर के बाद कर दिया गया।