Patna। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने शनिवार को ‘मेडल लाओ नौकरी पाओ’ (bring a medal, get a job) योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में उत्कृष्ट खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य में अलग से ‘खेल से संबंधित विभाग’ का गठन किया जायेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक खेल से संबंधित सभी कार्य कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के अधीन किये जाते हैं। मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य में अलग से ‘खेल से संबंधित विभाग’ का गठन किया जायेगा।
सीएम ने कहा कि इस खेल विभाग द्वारा खेल-कूद से संबंधित कार्यों को किया जायेगा। साथ ही अच्छे खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप) दी जायेगी, जिससे युवा खिलाड़ी अपना पूरा ध्यान खेल पर दे सकेंगे। स्कॉलरशिप की राशि से खिलाड़ी खेल का सामान खरीदने के साथ अपने अच्छे खाने के लिए राशि का उपयोग कर सकेंगे। पुलिस सहित अन्य विभागों में खेल कोटा के अनेक पद खाली हैं, इन पदों पर प्राथमिकता के आधार पर खिलाड़ियों की नियुक्ति की जायेगी।
सीएम ने कहा कि खेलों में अच्छे प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को नौकरी दी गयी है और उन्हें नियुक्ति-पत्र प्रदान किया गया। मैं नियुक्ति-पत्र पानेवाले सभी खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनायें देता हूं। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कल्याण बिगहा में स्थित शूटिंग रेंज को राष्ट्रीय स्तर का बनाया गया है, जहां राज्य भर से खिलाड़ी आकर अभ्यास करते हैं और यहां से प्रशिक्षित होकर अनेक राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं।
उन्होंने कहा कि रेलवे में खिलाड़ियों को नौकरी देने की तर्ज पर वर्ष 2010 से बिहार में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देना शुरू किया गया, जिसके तहत वर्ष 2010 में 33, वर्ष 2011 में 125, वर्ष 2015 में 82 तथा वर्ष 2020 में 31 को मिलाकर कुल 271 खिलाड़ियों को लिपिक वर्ग की नौकरियां दी गयी थीं।
सीएम ने कहा कि अब राज्य में खेलों के प्रति युवाओं की रूचि बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के द्वारा ‘मेडल लाओ नौकरी पाओ तर्ज पर ‘बिहार उत्कृष्ट खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति नियमावली 2023’ बनायी गयी है। इसके तहत राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में मेडल पानेवाले खिलाड़ियों को सीधे नौकरी दी जायेगी। इस नये नियम के अनुसार खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करने पर एसडीओ एवं डीएसपी तक बनने का मौका मिलेगा।
इस नियमावली के तहत आज 71 खिलाड़ियों को नौकरी दी गयी है, जिसमें 2 को पदाधिकारी की नौकरी दी गयी है, जिसमें बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी शामिल हैं। 69 को पुलिस अवर निरीक्षक, समाज कल्याण विभाग में अधीक्षक एवं डाटा इन्ट्री ऑपरेटर एवं लिपिक की नौकरियां दी गयी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए हर स्तर पर खेल सुविधायें विकसित की जा रही हैं ताकि बच्चे पढ़ें भी और खेलें भी। राज्य में प्रखंड स्तर पर स्टेडियम का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें अब तक लगभग 250 स्टेडियमों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। खिलाड़ियों को राज्य के बाहर प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है। हर वर्ष राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को खेल सम्मान योजना के तहत पुरस्कार दिया जाता है।