उत्तरकाशी : उत्तरकाशी के सिलक्यारा निर्माणाधीन सुरंग पिछले 16 दिनों से 41 जिंदगियों को बचाने की जंग जारी है। सोमवार से सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। सुरंग में वर्टिकल ड्रिलिंग 31 मीटर पूरी हो चुकी है। टनल में मैन्युअल खुदाई भी शुरू हो गयी है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा ने उत्तरकाशी की सिलक्यारा निर्माणाधीन टनल में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चलाये जा रहे रेस्क्यू आॅपरेशन का स्थलीय निरीक्षण किया और सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों से बातचीत की। इस दौरान उनके साथ उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू भी थे।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा सिलक्यारा टनल रेस्क्यू आॅपरेशन का निरीक्षण कर सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों के लिए भेजी जा रही भोजन सामग्री के बारे में भी जानकारी ली। साथ ही सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों के परिजनों से भी वार्ता की और उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने एनएचडीसीएल एवं नोडल अधिकारी नीरज खैरवाल से भी रेस्क्यू आपरेशन की जानकारी ली।
वहीं, सोमवार सुबह से सिलक्यारा निर्माणाधीन टनल में राहत और बचाव अभियान को सेना के हवाले कर दिया गया। सेना की इंजीनियरिंग कोर की मद्रास सैपर्स की टीम अब राहत और बचाव कार्य का जिम्मा देखेगी। लगातार आ रही बाधाओं के बाद आखिरकार 41 मजदूरों को सकुशल बाहर निकालने की जिम्मेदारी अब सेना को दी गयी है। राहत और बचाव कार्य में 41 घंटे तक ब्रेक लगा रहा। अब एक बार फिर से बचाव और राहत कार्य में तेजी आ गयी है। अमेरिकी आॅगर ड्रिलिंग मशीन के खराब होने के बाद इस आॅपरेशन को सेना के हवाले किया गया है। अब सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिल शुरू कर मजदूर तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, इसमें अभी और तीन चार दिन लग सकते हैं।
भगवान और विज्ञान के संगम से रेस्क्यू आॅपरेशन होगा सफल
बाबा बौखनाग की भूमि पर निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल में पूजा पाठ का का दौर जारी है। सोमवार को सुरंग के ऊपरी छोर पर पंडितों ने हवन कर पूजा-अर्चना की। यानी भगवान और विज्ञान के संगम से रेस्क्यू आॅपरेशन को सफल बनाने की कवायद तेज कर दी गयी है। इससे पूर्व भी बाबा बौखनाग की डोली सुरंग के पास लायी गयी थी। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर गत रविवार को बौखनाग के थान भाटिया गांव में जा चुके हैं। वहां बाबा बौखनाग ने रेस्क्यू आॅपरेशन को सफल के लिए अपना आशीर्वाद भी दे चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि हनोल में भी महासू महाराज के पास मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी श्रमिकों के सकुशल बाहर निकालने की अर्जी लगा चुके हैं।