ऋषिकेश। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हरिद्वार में 2021 में होने वाला महाकुंभ देश दुनिया के लोगों को शांति सद्भाव व एकता का संदेश देगा। इसके आयोजन में उत्तर प्रदेश सरकार भी पूरी तरह सहयोग करेगी।
यह बात योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मुनिकीरेती स्थित गंगा रिसॉर्ट में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का शुभारंभ करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत के दाैरान कही। याेगी आदित्यनाथ ने कहा कि योग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के लोगों को दिखा दिया है, कि भारत की प्राचीन विधा योग कोई साधारण योग नहीं है। इसके माध्यम से हम शरीर में आई अनेक बीमारी को समाप्त कर सकते हैं। जो इस मार्ग का अनुसरण करता है, वह अनेक रोगों से मुक्ति पा लेता है। उत्तराखंड योग की राजधानी के रूप में अपनी पहचान बना चुका है जहां मांं गंगा की धारा निर्मलता के साथ अविरल रूप में बह रही है। इसमें योग के साथ पर्यटन की अपार संभावनाएं भी है। उन्होंने कहा कि टिहरी में उत्तराखंड सरकार ने जो कार्य पर्यटन को बढ़ाने के लिए किया है, वह सराहनीय है। उत्तराखंड में पहाड़ियों पर जो बर्फ पड़ी है, वह पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए काफी है। इसके लिए हमें सकारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि 2021 में आयोजित होने वाले महाकुंभ में मीडिया की भी भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी, जो कि सकारात्मक दिशा देने का कार्य करता है।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज में 25000 करोड़ से अधिक लोग आए थे। हरिद्वार महाकुंभ भी एक अच्छा पर्यटन और तीर्थाटन का केंद्र बन सकता है। अपेक्षा है कि हरिद्वार का महाकुंभ भी दुनिया को दिशा देने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि जो योग की विधा लुप्त हो गई थी, उसे स्थापित करने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया और उत्तराखंड उसे बढ़ाने का कार्य कर रहा है, जो सराहनीय है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक यूनिवर्सिटी बन रही है, जिसमें योग के साथ सभी विधाओं को शामिल किया गया है। काशी विश्वविद्यालय के साथ मिलकर हम इस विधा को बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैदिक विधा को बढ़ाने के लिए काशी को इसका केंद्र बना रहे हैं। जहां एक शोध केंद्र बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वेलनेस सेंटर के माध्यम से इसे बढ़ाने का कार्य किया है।