Dehradun: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया (Dr. Mansukh Mandaviya) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने शुक्रवार को होटल हयात में सेंट्रल काउंसिल ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर (सीसीएचएफडब्ल्यू) की 15वीं वार्षिक बैठक स्वास्थ्य चिंतन शिविर का शुभारंभ किया। दो दिवसीय शिविर में 36 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री के अलावा अधिकारी सहित लगभग 108 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार, प्रो एसपी बघेल भी उपस्थित रहे।
सेंट्रल काउंसिल ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर (Central Council of Health and Family Welfare) की ओर से आयोजित 15वीं वार्षिक बैठक स्वास्थ्य चिंतन शिविर में परिचयात्मक सत्र और एटीआर का पटलीकरण के अलावा आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) दो सत्र 05 बजे तक चलेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (पीएम-एभीएम) कार्यक्रम साढ़े पांच से सात बजे तक और सांस्कृतिक कार्यक्रम सात से 09 बजे तक आयोजित होंगे। 15 जुलाई को आयुष्मान भव अभियान सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रबंधन संवर्ग सुबह 09 बजे से 11 बजे तक, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम, खसरा एवं रूबेला उन्मूलन एवं पीसीपीएनडीटी अधिनियम साढ़े ग्यारह बजे से 01 बजे तक सत्र चलेगा। दोपहर 02 बजे से साढ़े 03 बजे तक चिकित्सा, नर्सिंग और संबद्ध स्वास्थ्य शिक्षा, राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम और जिला रेजीडेंसी कार्यक्रम सत्र आयोजित होगा। गैर-संचारी रोग (एनसीडी) सत्र 04 बजे से 05 बजे तक आयोजित होगा।
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यह बैठक पहले दिल्ली में आयोजित होना था। अब यह बैठक पहली बार दिल्ली से बाहर उत्तराखंड में आयोजित हो रही है। बैठक से जहां एक ओर कई जनोपयोगी स्वास्थ्य चर्चाओं, स्वास्थ्य कार्यक्रम संबंधी दिशा-निर्देशों, संबंधित दस्तावेज लोकार्पणों की संभावना है, वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में इस स्तर के कार्यक्रम आयोजन से स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य की क्षमता और आवश्यकताओं को सशक्त रूप से प्रस्तुत किया जा सकेगा।
चिंतन शिविर में आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन, आयुष्मान भव कैम्पेन, पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट कैडर, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, मीसल्स रूबेला उन्मूलन कार्यक्रम, पीसीपीएनडीटी, मेडिकल नर्सिंग शिक्षा, अंग प्रत्यारोपण, डिस्ट्रिक्ट रेजीडेंसी प्रोग्राम तथा गैर संचारी रोग प्रबंधन जैसे विषयों पर विचार मंथन किया जाएगा।