RANCHI: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का गुरुवार को समापन हो गया। विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो (Rabindranath Mahato) ने इसे अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने की घोषणा की। इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने सदन में राज्य सरकार के स्तर से किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। अबुआ आवास, सीएम रोजगार सृजन योजना, सावित्रीबाई फुले स्कीम, गुरु जी क्रेडिट कार्ड, केसीसी सहित अन्य योजनाओं का विशेष उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 29 दिसंबर को सरकार हजारों नियुक्ति पत्र बांटेगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने हर वर्ग के लिए जिस तरह से कार्य करना शुरू किया है, जिस तरह से विकास कार्यों की गाढ़ी लकीरें खींची जा रही हैं, विपक्ष उससे बड़ा तो क्या, लकीरों को लांघ भी नहीं पाएगा। हम इतनी बड़ी लकीर खींच देंगे कि विपक्षी इसे छू नहीं पाएगा। उन्होंने पिछले दो दशकों से राज्य में व्याप्त समस्याओं और इसके लिए विपक्षी दलों को दोषी ठहराया। साथ ही कहा कि आज गांव-गांव में शिविर लग रहा है। आज राज्य में सरकार के काम से उत्साह का माहौल है। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का इंतजार अब लोग करने लगे हैं। तीन सालों में तीन बार ये आयोजन हो चुका है। विपक्ष बताए आपने राज्य को क्या दिया?
मुख्यमंत्री के संबोधन के बीच ही भाजपा के विधायकों ने वॉकआउट किया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इनका यही काम है। विपक्षियों की यही समस्या है कि ये सिर्फ अपनी बात बोलना जानते हैं। सच्चाई सुन नहीं सकते। हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं ये नहीं कहता कि सभी समस्या हमने दूर कर दी है। पीएम मोदी की गारंटी की बातें रोज टीवी पर मैं देखता हूं। सुंदर पहाड़ी में बीमारी से हुई मौत पर विपक्षियों ने सरकार की खूब आलोचना की। अब टीवी देखने का कोई औचित्य नहीं लगता।
सदन में कुल पांच विधेयक पारित हुए : स्पीकर
अंत में स्पीकर ने कहा कि सदन थ्री डी से चलता है। वाद-विवाद, असहमति और निर्णय। विधानसभा सदस्यों को चाहिए कि वे सदन में सकारात्मक रवैया रखें। राजनीतिक कारणों से हो हंगामा, वाद विवाद में समय जाया ना करें। इसके कार्यपालिका भी उच्छृंखल होने लगती है। उसे जिम्मेदार बनाए रखने को पक्ष, विपक्ष सबको साथ आना चाहिए। शीतकालीन सत्र छोटा था पर ऐतिहासिक रहा।
उन्होंने बताया कि 247 अल्प सूचित प्रश्न आए, 78 शून्यकाल आया और सदन में स्थानीयता से संबंधित महत्वपूर्ण विधेयक और कुल पांच विधेयक आए और सदन से पास हुए। 90 फीसदी उत्तर आया। स्थानीय नीति का विधेयक फिर से पारित हुआ, आरक्षण का बिल पारित हुआ, पंचम विधानसभा के अंतिम सफर में हम प्रवेश कर रहे हैं। स्पीकर ने कहा कि राजनीतिक उद्देश्य से सदन का बाधित होना सही नहीं। इसमें अफसर शाही हावी होती है। सदन के सुचारू संचालन में सहयोग के लिए विधानसभा के पदाधिकारियों, कर्मियों, रांची जिला प्रशासन, पुलिसकर्मियों सहित अन्य को धन्यवाद भी दिया।