पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना‘ का शुभारंभ किया गया। अपने आवास 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री जुड़े।
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‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के अंतर्गत राज्य की 75 लाख महिला लाभुकों को 10 हजार प्रति लाभुक की दर से 7500 करोड़ की राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से हस्तांतरित की गयी।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला रोजगार योजना’ के अंतर्गत 75 लाख से अधिक महिलाओं को 10-10 हजार रुपये की सहायता राशि भेजने का शुभारंभ आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों के द्वारा किया गया। इस योजना का फायदा राज्य के सभी परिवारों की एक महिला को दिया जाना है। जिनका रोजगार अच्छा चलेगा, उन्हें आगे 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत शेष महिलाओं को लाभ देने के लिए अभी से ही तिथियां निर्धारित कर दी गयी हैं। अगली तिथि 3 अक्टूबर निर्धारित की गयी है। आगे भी जो महिलायें इस योजना से जुड़ेंगी, उन्हें भी इसका लाभ दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या बहुत कम थी। वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर राज्य में स्वयं सहायता समूह का गठन किया, जिसे ‘जीविका’ नाम दिया। अब स्वयं सहायता समूह की संख्या लगभग 11 लाख हो गयी है, जिससे जुड़ने वाली जीविका दीदियों की संख्या 1 करोड़ 40 लाख हो गयी है। वर्ष 2024 से शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का गठन हो रहा है, जिनकी संख्या 37 हजार हो गयी है, जिसमें लगभग 3 लाख 85 हजार जीविका दीदियां जुड़ चुकी हैं, आगे भी गठन लगातार जारी है।
इस अवसर पर ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ की 4 लाभुकों ने अपना अनुभव साझा किया। पश्चिम चंपारण जिले के बगहा-2 प्रखंड के बेलाहवा पंचायत के मदनपुर की रंजीता काजी दीदी ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का अभिवादन करते हुए कहा, ” मैं वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के आदिवासी समाज से आती हूं। हमलोगों के लिए बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा जो कभी सपना था, उसको राज्य सरकार द्वारा पूरा कर समाज की मुख्यधारा से हमलोगों को जोड़ा गया। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री भईया और मुख्यमंत्री भईया को कोटि-कोटि प्रणाम करती हूं।”
भोजपुर जिले के कोइलवर प्रखंड के दौलतपुर पंचायत के मोहम्मदपुर गांव की रीता देवी दीदी ने कहा कि 2015 में जीविका समूह से जुड़ने के बाद हमारे जीवन में बड़ा बदलाव आया। पहले हमारे पति कमल किशोर प्रसाद फोटो बनाने का काम करते थे। इस काम से परिवार का जीविकोपार्जन बड़ी मुश्किल से चलता था। फिर हमने जीविका समूह से जुड़कर सबसे पहले 25000 (पचीस हजार) रुपये ऋण लिया और बकरी पालन एवं मुर्गी पालन शुरू किया। साथ ही, एक लिट्टी चोखा की दुकान की भी शुरुआत की। अब दोनों पति-पत्नी मिलकर काफी मेहनत कर इन व्यवसायों को आगे बढ़ा रहे हैं।
गयाजी जिला के बोधगया प्रखंड के झिटकिया ग्राम की नूरजहां खातून दीदी ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का अभिवादन करते हुए कहा कि जीविका से जुड़ने के बाद हमारे जीवन में अनेक सकारात्मक बदलाव आये हैं। जीविका ने हमलोगों को एक अलग अपनी पहचान दी है। आज मिले 10 हजार रूपये से अपने रोजगार को आगे बढ़ाउंगी। 2 लाख मिलने पर बड़ा रोजगार करूंगी।
पूर्णिया जिला के भवानीपुर प्रखंड के भवानीपुर ग्राम की पुतुल देवी दीदी ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का अभिवादन करते हुए कहा कि वर्ष 2018 से मिठाई की दुकान चला रही हूं। इसको बड़ा करने के उद्देश्य से जीविका समूह से 6 हजार रुपये का ऋण लिया। पुनः वर्ष 2021 में 30 हजार रुपये का ऋण लिया, जिससे दुकान की स्थिति और थोड़ी अच्छी हुई। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत आज 10 हजार रुपये की जो राशि मिली है, इससे व्यवसाय को और आगे बढ़ाउंगी। इसके बाद 2 लाख की रकम मिलेगी, तो लड्डू और बतासे की जो दुकान है, उसको मिठाई की दुकान बनाकर व्यवसाय को आगे बढ़ाउंगी।