कोलकाता: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली (Sandeshkhali) की महिलाओं ने थाने के बार प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। इस बीच खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संदेशखाली जा सकते हैं। वे पीड़ितों से महिलाओं से मुलाकात कर सकते हैं।
प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि उनका अब ममता बनर्जी सरकार पर कोई विश्वास नहीं रहा।
इस बीच कलकत्ता हाईकोर्ट ने बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी को संदेशखाली जाने की इजाजत दे दी है। श्री अधिकारी मंगलवार को विधायकों के साथ संदेशखाली जायेंगे। संदेशखाली में इस समय धारा 144 लगू है।
जानें ! क्या है संदेशखाली का मामला:
संदेशखाली की महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता शाहजहां शेख पर अत्याचार, यौन उत्पीड़न और जमीन कब्जाने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप लगाने वाली महिलाओं ने बताया कि टीएमसी के लोग गांव में घर-घर जाकर चेक करते हैं और इस दौरान अगर घर में कोई सुंदर महिला या लड़की मिल जाती है तो टीएमसी नेता शाहजहां शेख के लोग उसे अगवा कर ले जाते थे। और फिर पूरी रात अपने साथ पार्टी दफ्तर यहां अन्य जगह पर रखा जाता और अगले दिन यौन उत्पीड़न करने के बाद उसे उसके घर या घर के सामने छोड़ जाते थे।
कुछ ही दिनों में स्तब्ध कर देने वाली संदेशखाली यह घटना पूरे देश में आग की तरह फैल गई। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंद बोस ने तुरंत मामले पर संज्ञान लिया और खुद संदेशखाली पहुंच गए और बाद में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि संदेशखाली में जो हुआ वो होश उड़ा देने वाला है।