भोपाल: उत्तर प्रदेश समेत तीन राज्यों के राज्यपाल रहे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजीज कुरैशी का शुक्रवार को राजधानी भोपाल में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने पर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने 83 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। यह जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से उनके भतीजे सूफियाना अली ने दी। उनके निधन की खबर से राजनीतिक गलियारों में शोक है। मुख्यमंत्री ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है।
पूर्व राज्यपाल कुरैशी के बारे में सूफियान अली ने बताया कि कुछ समय से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी और सुबह करीब 11 बजे भोपाल के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। आज ही उनकी जनाजे की नमाज ईशा की नमाज के बाद रात 8.30 बजे सूफिया मस्जिद में नमाजे जनाजा अदा की जाएगी। बड़ा बाग कब्रिस्तान पालीवाल अस्पताल के पीछे भोपाल में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
24 अप्रैल, 1941 को भोपाल में जन्मे अजीज कुरैशी मध्य प्रदेश कांग्रेस इलेक्शन कमेटी के सचिव, भारतीय युवा कांग्रेस के संस्थापक सदस्य के साथ 1973 में मध्य प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में मंत्री रहे। उन्होंने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मिजोरम के राज्यपाल के रूप में कार्य किया था। उन्हें 24 जनवरी, 2020 को मध्य प्रदेश की तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने एमपी उर्दू अकादमी का अध्यक्ष नियुक्त किया था। 1973 में वह मध्य प्रदेश में कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं और 1984 मध्य प्रदेश के सतना निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीते थे।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत कुरैशी को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजन को यह दु:ख सहन करने की सामर्थ्य देने की प्रार्थना की है।
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी के निधन पर दुख जताते हुए गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।