न्यूयॉर्क के ब्रूकलिन में रहने वाली कियारा ने दस साल की उम्र में अपना एक पैर खो दिया था। वे उस वक्त अपने परिवार के साथ स्वतंत्रता दिवस के आयोजन में गईं थी। जब वो वापिस आ रहीं थीं तभी शराब के नशे में धुत एक ड्राइवर ने अपनी गाड़ी कियारा के पैर पर चढ़ा दी।
बुरी तरह से घायल कियारा के पैर को डॉक्टर नहीं बचा सके। लेकिन जल्दी ही उन्होंने कियारा को आर्टिफिशियल पैर इंप्लांट करके नई जिंदगी दी। अपनी मेहनत के बल पर कियारा आज फैशन वर्ल्ड में छाई हुई हैं।
27 साल की कियारा आज टॉमी हीलफिगर और टीन वॉग जैसे ब्रांड के लिए मॉडलिंग करती हैं। वे अपनी ही तरह की अन्य लड़कियों को शारीरिक विकलांगता के बाद भी जिंदगी में सफल होने की प्रेरणा देती हैं।
कियारा विभिन्न फोटोशूट के दौरान मॉडलिंग करते हुए अपने आर्टिफिशियल पैर को छिपाती नहीं बल्कि हर शो में दिखाती हैं ताकि उन्हीं की तरह अन्य विकलांग लड़कियों को हौसला मिल सके।
कियारा कहती हैं अपना पैर खो देने के बाद मैं बहुत निराश थी। जब मैंने आर्टिफिशियल पैर के बारे में सुना तो एक नई उम्मीद जागी। जैसे-जैसे मैंने मॉडलिंग शुरू कि तो यह अहसास हुआ कि एक पैर के न होने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं अपने कृत्रिम पैर के साथ भी लाइफ को एंजॉय कर सकती हूं।
आर्टिफिशयल पैर इंप्लांट होने के बाद कुछ ही समय में मैंने यह तय कर लिया कि मुझे मॉडल बनना है। मैं चाहती थी कोई ऐसा काम करूं जिसे करते हुए मुझे अपना पैर छिपाना न पड़े। कियारा ने 18 साल की उम्र में मॉडलिंग की शुरुआत की।
2018 में वे अपने पोर्टफोलियो के साथ फैशन कैपिटल कहे जाने वाले न्यूयॉर्क गईं और ऐसी मॉडलिंग एजेंसी के साथ काम करने लगीं जो विकलांग या प्लस साइज महिलाओं के लिए काम करती थी। अपनी मेहनत के बल पर आज कियारा डिजाइन कंपनी एलेलेस की ब्रांड एंब्रेसेडर हैं।
कियारा अपनी ही तरह की विकलांग लड़कियों के लिए काम करना चाहती हैं। वे कहती हैं आज भी मेरी ही तरह की अन्य लड़कियां समाज में वो दर्जा नहीं पाती, जिसकी वे हकदार हैं। अभी भी विकलांग लोगों के लिए कई काम किए जाना बाकी हैं। मैं ऐसी ही लड़कियों को समाज में उनका हक दिलाना चाहती हूं।