चतरा। लावालौंग सीआरपीएफ कैंप के समीप पूर्व जिला परिषद प्रत्याशी विक्रम रजक की बुधवार की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव के साथ विक्रम रजक की कार और शराब की कई बोतलें भी मौके से बरामद की है।
इधर, घटना के बाद गुरुवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने सामाजिक कार्यकर्ता छठु गंझु और जिला परिषद सदस्य प्रसाद भुइयां के नेतृत्व में लावालौंग मुख्य चौक पर जाम लगा दिया। ग्रामीण अज्ञात नक्सलियों पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाते हुए अविलंब गिरफ्तार करने की मांग पर डटे हैं। सूचना पाकर दलबल के साथ मौके पर पहुंचे सिमरिया इंस्पेक्टर केपी चौधरी और लावालौंग थाना प्रभारी नंदन कुमार ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराने की कोशिश में हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि लंबे अरसे के बाद थाना से चंद गज की दूरी और सीआरपीएफ कैंप के बाहर दिनदहाड़े पूर्व जिला परिषद प्रत्याशी की हत्याकांड को अंजाम देकर न सिर्फ कानून व्यवस्था को चुनौती पेश किया है बल्कि एक बार फिर यह संदेश दे दिया है कि लावालौंग सुरक्षित नहीं है।
ऐसे में अगर पुलिस चुनौती को स्वीकार करते हुए 24 घंटों के भीतर हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर पाती है तो यहां जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ आम जनमानस को भी घर से बाहर निकलने में सोचना पड़ेगा। हालांकि, इस पूरे मामले में पुलिस के पदाधिकारी अभी खुलकर कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। सिमरिया पुलिस इंस्पेक्टर के पी चौधरी ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही मामले में कुछ बताया जा सकता हैं।