गोरखपुर। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणी उद्यान का बुधवार को दौरा किया। इस दौरान योगी तेंदुए के शावक को दूध पिलाते दिखे। उन्होंने तेंदुए के दो बच्चों का नामकरण भी किया। उन्हें चिड़ियाघर के अस्पताल में रखा गया है। सीएम योगी इससे पहले 18 मार्च को गोरखपुर चिड़ियाघर आए थे। तब उन्होंने हर और गौरी नाम के दो गैंडों को केला खिलाया था।
वन्यजीवों के संवेदनशीलता की चर्चा करते हुए सीएम योगी ने गोस्वामी तुलसीदास की चौपाई ‘हित-अनहित पशु-पक्षी जाने’ की बात कही है। उन्होंने कहा कि पूरा रामायण हमें वन्यजीवों के संरक्षण की सीख देता है। यही नहीं रामचरित मानस का तो एक कांड ही अरण्य को समर्पित है। इस कांड में पूरी ज्ञान संपदा निहित है।
सीताहरण के प्रसंग का उदाहरण देते हुए योगी ने कहा कि जब रावण सीताजी को हर ले गया था, तो वन के पेड़-पौधों, जीव-जंतुओं और पशु-पक्षियों ने ही भगवान राम की मदद की थी। पूरे वनवास काल में भगवान राम के सहयोगी वन्यजीव ही थे। विजयदशमी का पर्व उनके सहयोग का ही परिणाम है।
मुख्यमंत्री योगी ने वन्य जीव सप्ताह के समापन कार्यक्रम के मंच से घोषणा करते हुए कहा कि चिड़ियाघर के पशु चिकित्सकों का कैडर सामान्य पशु चिकित्सकों से अलग किया जाएगा। वह वन विभाग के पशु चिकित्सक होंगे। इससे उनके अनुभवों का लाभ चिड़ियाघर को निरंतर मिलता रहेगा। वर्तमान में पशु चिकित्सा विभाग से पशु चिकित्सकों को चिड़ियाघर में प्रतिनियुक्ति पर लेने की