गढ़वा/रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड को खनिज संपदा के रूप में जाना जाता है लेकिन अब पर्यटन के रूप में इस राज्य को अलग पहचान दिलाने की दिशा में हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं। पर्यटक स्थलों को संरक्षित और विकसित कर रहे हैं। इस कड़ी में राज्य के धार्मिक स्थलों का सर्किट बनाया जाएगा। सभी प्रमुख धार्मिक स्थल इससे जोड़ें जाएंगे, ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को हम बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा सकें। हमारी कोशिश है कि विश्व के टूरिज्म मैप पर झारखंड को भी एक अलग पहचान दिला सके।
मुख्यमंत्री बुधवार को बंशीधर नगर, गढ़वा में दो दिवसीय राजकीय श्री बंसीधर महोत्सव का शुभारंभ कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष श्री बंशीधर महोत्सव को राजकीय महोत्सव का दर्जा मिला है। आने वाले वर्षों में इस महोत्सव को और भव्यता देने का काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपनी कला-संस्कृति और परंपरा को इतना मजबूत करना है कि विपरीत परिस्थितियों में भी इसे कोई तोड़ नहीं सके। इसी सोच के साथ धार्मिक स्थलों को विकसित करने के लिए लगातार योजनाएं बना रहे हैं।
पहले कागजों पर होता था विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सिर्फ कागजों पर विकास होता था। अब धरातल पर योजनाएं उतर रही हैं। लोगों को पूरे मान-सम्मान के साथ उनका हक और अधिकार दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा कि वे सरकार की योजनाओं से जुड़े और अपने आर्थिक प्रगति के मार्ग को प्रशस्त करें। सरकार आपकी मदद के लिए हमेशा आपके साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पूरी संवेदना के साथ कार्य कर रही है। हमने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं कि गरीब, दलितों, किसानों, मजदूरों, वंचितों, अल्पसंख्यकों समेत सभी समुदाय और वर्ग के हित में कार्य करें। हमारी सरकार ने “सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम के जरिए लाखों लोगों की समस्याओं का समाधान किया और उन्हें योजनाओं से जोड़ा गया। अब अधिकारी आपके दरवाजे पर जाकर आपकी समस्याओं को दूर कर रहे हैं और यह सिलसिला अनवरत जारी रहेगा ।
सामाजिक सुरक्षा देना सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक लोग सामाजिक रूप से सुरक्षित नहीं होंगे, तब तक राज्य का सर्वांगीण विकास संभव नहीं होगा। यही वजह है कि हमारी सरकार ने यूनिवर्सल पेंशन स्कीम को लागू किया है। अब राज्य के हर बुजुर्ग , विधवा परित्यक्ता और दिव्यांगों को पेंशन देने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सरकार की विभिन्न योजनाओं और उसकी विशेषता तथा उपयोगिता को बताया और लोगों से इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए आगे आने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षा की बेहतरी के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। इसी कड़ी में कल 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का उद्घाटन किया गया। अब स्कूलों के बच्चे भी निजी विद्यालयों की तरह अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर अपना बेहतर भविष्य बना सकेंगे। उन्होंने कहा कि स्कूल भवनों का जीर्णोद्धार करने के साथ-साथ पठन-पाठन से संबंधित सभी मूलभूत जरूरतें और सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारियों के साथ विभिन्न कोर्स करने के लिए भी सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दी जा रही है। इन सभी योजनाओं का मकसद राज्य में बेहतर शिक्षा का माहौल बनाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे किसी भी स्तर के जनप्रतिनिधि हों। अगर जनता ने आपको अपना प्रतिनिधि चुना है तो आपसे उनको काफी उम्मीदें हैं। आप लोगों की समस्याओं को दूर करने में अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने “सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की विवरणी” नाम से एक पुस्तिका निकाली है। इसमें सरकार की तमाम योजनाओं का जिक्र है। यह पुस्तिका सभी जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध कराया जाएगा। आप इस पुस्तिका के माध्यम से सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की पूरी जानकारी लें और जरूरतमंदों को उसी हिसाब से योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें, क्योंकि यहां की भोली-भाली जनता जानकारी के अभाव में योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाती है।
60 योजनाओं का शिलान्यास, 14 योजनाओं का उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 739 करोड़ 22 लाख 64 हजार 792 रुपये की लागत से 60 योजनाओं की आधारशिला रखी। साथ ही 57 करोड़ 55 लाख 22 हजार 933 रुपये की लागत से 14 योजनाओं का उद्घाटन किया। जिन महत्वपूर्ण योजनाओं का उद्घाटन संपन्न हुआ, उनमें भंडरिया, रंका, धुरकी, चिनियां, रमकंडा और नगर उंटारी प्रखंड कार्यालय परिसर का विकास तथा बीडीओ, सीओ और अन्य अधिकारियों/कर्मचारियों का नवनिर्मित आवास तथा नगर उंटारी में नवनिर्मित गेस्ट हाउस और विभिन्न नदियों पर निर्मित पांच पुल शामिल हैं।
इस मौके पर मंत्री बादल पत्रलेख, मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, जिला परिषद अध्यक्षा शांति देवी, पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव, आईजी पलामू राजकुमार लकड़ा और जिले के उपायुक्त तथा एसपी समेत जिला प्रशासन के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।