Gonda: उत्तर प्रदेश की आतंकवाद (terrorism) निरोधक दस्ता (एटीएस) पाकिस्तानी जासूस रईस को लेकर घर पहुंची। यहां पर उसका सामना उसके माता-पिता से कराया गया। छानबीन के दौरान रईस के घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं, जिसे लेकर एटीएस (ATS) लखनऊ रवाना हो गई।
प्रारंभिक पूछताछ के दौरान एटीएस को मिली जानकारी के मुताबिक, गोण्डा जिले के दीनपुरवा निवासी मोहम्मद रईस मुम्बई के एक होटल में काम करता था। वहां पर उसका संम्पर्क आतंकी संगठन आईएसआई के लोगों से हुआ था। रईस ने अपने साथी सलमान को भी इस काम में लगाया।
सलमान ने रईस के इशारे पर झांसी के बबीना छावनी सेना के कैंप में घुसपैठ कर कुछ फोटो, वीडियो बनाए। फिर इसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भेजा था। रईस की फूफी पाकिस्तान के कराची शहर में रहती हैं। रिश्तेदारी के बहाने वह कराची शहर जाकर पाकिस्तानी सेना के बड़े अधिकारियों से बातचीत करना चाहता था।
इसी बीच उसको आईएसआई की एक बैठक नेपाल में होने की सूचना मिली। सूचना के बाद रईस ने कराची जाने का प्लान छोड़ कर अपने साथी अरमान और सलमान सहित दो अन्य के साथ नेपाल की बैठक में शिरकत की। इस बैठक में पाकिस्तानी सेना के कुछ अधिकारी भी आने वाले थे, लेकिन वह किसी कारणवश नहीं आ सके।
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मोहम्मद रईस और उसके साथी अरमान पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के हैंडलर हुसैन से व्हाट्एप्प के जरिए बातचीत करते थे। यूपी एटीएस ने अरमान और सलमान को भी गिरफ्तार किया है। इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने रईस के पाकिस्तानी एजेंट होने का खुलासा किया है।
एटीएस कड़ी सुरक्षा में रईस को लेकर उसके घर पहुंची। यहां पर उसका सामना उसके पिता मोहम्मद हुसैन, मां नूरजहां, बड़े भाई मोहम्मद शमी सहित परिवार के अन्य लोगों से कराया। सवा घंटे अधिक समय तक रईस और उसके घरवालों से एटीएस ने पूछताछ की। इसी क्रम में रईस का एक साथी अरशद जो इसी गांव का रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी पुणे से की गई है। उससे पूछताछ चल रही है। कमरे की छानबीन के दौरान एटीएस कई अहम दस्वावेज के साथ रईस को लेकर वापस लखनऊ लौट गई।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आईएसआई एजेंट रईस को कस्टडी रिमांड पर गोण्डा लाने के बाद पुलिस फोर्स की अपेक्षा की गई थी। हमने तरबगंज थाने से पर्याप्त पुलिस बल एटीएस को उपलब्ध कराया था। यूपी एटीएस आतंकवाद का कमर तोड़ने में जुटी है।