भोपाल। मध्य प्रदेश के दो शहरों इंदौर और भोपाल को जल्द मेट्रो की सौगात मिलने वाली है। भोपाल में मेट्रो ट्रेन का सितंबर में ट्रायल रन होगा। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को भोपाल में मेट्रो के मॉडल का अनावरण किया। इस अवसपर पर उन्होंने कहा कि मेट्रो ट्रेन को सिर्फ भोपाल सिटी तक नहीं छोड़ेंगे। इसे मंडीदीप तक बढ़ाएंगे। बैरागढ़ होते हुए सीधे सीहोर तक ले जाएंगे। हम तेजी से काम कर आगे बढ़ रहे हैं।
मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने शनिवार सुबह बटन दबाकर मेट्रो मॉडल कोच का उद्घाटन किया। इसके बाद वे कोच के अंदर भी गए और इसका मुआयना किया। मेट्रो मॉडल कोच स्माट सिटी पार्क में रखा गया है। कार्यक्रम में नगरीय आवास एवं विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह एवं महापौर मालती राय के साथ-साथ अन्य गणमान्य हस्तियां मौजूद रहीं।
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मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि ‘भोपाल और इंदौर को मेट्रो सिटी बनाने का हमारा सपना था। बीच में 15 महीने का ब्रेक आ गया। कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार थी, तब काम नहीं हुआ। सरकार में लौटने पर कोविड के कठिन दौर के बाद भी हमने काम तेजी से शुरू किया। नतीजा आज आप सामने देख रहे हैं। सितम्बर में हम भोपाल और इंदौर में मेट्रो का ट्रायल रन करेंगे। अप्रैल- मई तक दोनों शहर में मेट्रो चलने लगेंगी। इंदौर और भोपाल के मेट्रो प्रोजेक्ट पर 14 हजार करोड़ रुपये की लागत आई है।’
यह मॉडल कोच मेट्रो ट्रेन का ही वास्तविक मॉडल है एवं मेट्रो ट्रेन इस प्रकार के तीन कोच से मिलकर बनती है। प्रत्येक कोच की लंबाई 22 मीटर और चौड़ाई 2.9 मीटर है। इस कोच की लागत करीब पांच करोड़ रुपये है।
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नाकाम मुख्यमंत्री खिलौनों से खेल रहाः कमलनाथ
मेट्रो मॉडल कोच के उद्घाटन पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि ‘शिवराज जी आज आपने अभिनय को नई ऊंचाइयां दी हैं। प्रधानमंत्री देश में घूम-घूमकर रेलगाड़ियों का उद्घाटन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने मेट्रो ट्रेन न सही, ट्रेन के डिब्बे के मॉडल का ही उद्घाटन कर दिया। उन्होंने कहा कि 2019 में जब मैंने भोपाल मेट्रो परियोजना की आधारशिला रखी थी, तब 2022 तक भोपाल में मेट्रो सेवा प्रारंभ करने का लक्ष्य था, लेकिन सौदेबाजी की सरकार लक्ष्य से भटक गई। यह कितना हास्यास्पद है कि मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट को पटरी से उतारने के बाद एक नाकाम मुख्यमंत्री जनता का ध्यान भटकाने के लिए खिलौनों से खेल रहा है।