New Delhi: दिग्गज अभिनेत्री वहीदा रहमान को वर्ष 2022 के दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया है। भारतीय सिनेमा में उनके योगदान की सराहना करते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक एक्स पोस्ट में उन्हें सिनेमा जगत के सबसे प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की।
उन्हें बधाई देते हुए और उनके काम के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे भारतीय सिनेमा की अग्रणी महिलाओं में से एक हैं। उन्हें इस लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाना उनके लिए एक ‘ट्रिब्यूट’ सरीखा है। उन्हें यह सम्मान ऐसे समय में दिया जा रहा है जब ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद द्वारा पारित किया गया है। उन्होंने फिल्मों के बाद अपना जीवन परोपकार और समाज की भलाई को समर्पित कर दिया है।
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वहीदा रहमान ने एक भारतीय नारी के समर्पण, प्रतिबद्धता और ताकत का उदाहरण दिया है, जो अपनी कड़ी मेहनत से पेशेवर उत्कृष्टता के उच्चतम स्तर को हासिल कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि वहीदा रहमान को हिंदी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए समीक्षकों द्वारा सराहा गया है। उनकी प्रमुख फिल्में हैं : प्यासा, कागज के फूल, चौदहवीं का चांद, साहेब बीवी और गुलाम, गाइड, खामोशी। अपने पांच दशकों से अधिक के करियर में उन्होंने अपनी भूमिकाओं को बेहद खूबसूरती से निभाया है। उन्हें फिल्म रेशमा और शेरा में एक कुलवधू की भूमिका के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। इसके अलावा वे पद्म श्री और पद्म भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित हैं। दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है। यह किसी व्यक्ति विशेष को भारतीय सिनेमा में उसके आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार का प्रारम्भ दादा साहब फाल्के के जन्म शताब्दि-वर्ष 1969 से हुआ।