रांची। झारखंड राय विश्वविद्यालय में शुक्रवार को एलुमनी मीट रेट्रोविले 2025 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्रोचार के बीच गणेश वंदना के साथ किया गया। एलुमनी मीट में देश के कई शहरों में कार्यरत पूर्ववर्ती छात्र शामिल हुए।
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पूर्ववर्ती छात्रों को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय की चांसलर प्रो० (डॉ०) सविता सेंगर ने कहा कि विश्वविद्यालय आपसे है। पूर्ववर्ती छात्रों , वर्तमान और भविष्य में यहां पढाई करने वाले विद्यार्थियों के द्वारा जब तक विश्वविद्यालय के कार्यों से अवगत करने का कार्य नहीं किया जायेगा तब तक सारे प्रयास निर्थक हैं।कुलाधिपति ने कहा कि हमारी पहचान यह है कि हम विद्यार्थियों को समुदाय निर्माण ,समाज निर्माण, राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए कितना तैयार करते हैं। सामाजिक परिवर्तन एवं राष्ट्र निर्माण में आपका योगदान और प्रयास विश्वविद्यालय का मानदंड है। पढ़ाई पूरी करने के बाद कितनों को जॉब्स मिली , कितनों ने उच्च शिक्षा प्राप्त किया, यह केवल एक आंकड़ा भर है लेकिन इसके बाद आपने राष्ट्र निर्माण में कितना योगदान किया। इसलिए आवश्यक है विश्वविद्यालय से निकलने के बाद भी आप हमारे साथ जुड़े रहें।
प्रो. सेंगर ने कहा कि सबकुछ बदल जायेगा लेकिन आपकी बायोडेटा में लिखा विश्वविद्यालय का नाम नहीं बदल सकता है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के प्रसिद्द विश्वविद्यालयों की प्रसिद्धि के पीछे एलुमनी का सबसे बड़ा योगदान है। भारत में भी यह चर्चा जोर पकड़ चुकी है की कैसे पूर्ववर्ती विद्यार्थियों को संस्थान के साथ जोड़ा जाय और उनका अधिक से अधिक उपयोग संस्थान को आगे बढ़ाने में लिया जाय।
पूर्ववर्ती विद्यार्थियों के बीच विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के इनोवेशन कौंसिल को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय पिछले चार वर्षों से स्टार रैंकिंग प्रदान कर रहा है।
झारखंड राय विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जितने भी मापदंड हैं इनमें से अधिकांश पर पहले दिन से ही कार्य प्रारंभ किया है। ऐकडेमिक बैंक ऑफ़ क्रेडिट के जरिये विश्वविद्यालय से जुड़े अब तक के सभी विद्यार्थियों का सर्टिफिकेट डिग्री डीजी लॉकर में है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के निर्देशों के अनुरूप शिक्षा में लचीलापन लाने के लिए स्वयं (SWAYAM) और MOOCs को अब हाइब्रिड मोड में भी संचालित किया जा रहा है।
कुलाधिपति प्रो सेंगर ने कहा कि आपने किस संस्थान से पढ़ाई की है यह जीवन में बहुत मायने रखता है। अपने शैक्षणिक संस्थान का नाम गर्व से लिया करें।
झारखंड राय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) पीयूष रंजन ने मौके पर कहा कि यह एक ऐसा अवसर है जब छात्र अपने अल्मा मेटर में एकत्र होते हैं, पुरानी यादों को ताज़ा करते हैं और नई उम्मीदों के साथ नए संवादों की प्रतीक्षा करते हैं। एलुमिनी मीट आप सभी के लिए अपने साथियों और शिक्षकों से मिलने और संपर्क को फिर से जीवंत करने का एक आदर्श मंच है। हमें आप पर गर्व है। देश के जिन संस्थानों में आप कार्यरत है वहां आप विश्वविद्यालय के एम्बेसडर के रूप में भी कार्य कर रहे हैं।
कार्यक्रम में पहुंचे पूर्ववर्ती छात्र व छात्राओं ने भी इस दौरान विश्वविद्यालय के अपने अनुभव साझा किया और कई नए सुझाव भी दिए। इस दौरान पूर्ववर्ती छात्रों के कहा कि वह आज जो भी है, उसमें संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका है ,आज वह यहां आकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं वह इसके लिए विश्वविद्यालय के आभारी हैं।