रायपुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित गंगालूर क्षेत्र के कोरचोली के जंगल में मंगलवार को हुई मुठभेड़ के बाद आज (बुधवार) सुबह तीन र नक्सलियों के शव बरामद हुए। अब तक मुठभेड़ स्थल से 13 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। मुठभेड़ के दौरान एक जवान आईईडी की चपेट में आने से घायल हुआ है। बस्तर में सुरक्षा बल का यह अब तक का सबसे सफल नक्सल विरोधी अभियान है।
नक्सलियों के लड़ाकू दस्ता कंपनी नंबर दो के साथ हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बल को बड़ी सफलता मिली है। मुठभेड़ स्थल से एक लाइट मशीन गन, बैरल ग्रेनेड लांचर और अन्य हथियार व गोला-बारूद भी मिला है । जवानों ने दो महिला समेत 11 पुरुष नक्सलियों का शव बरामद किए हैं। मुठभेड़ में कई कुख्यात नक्सलियों के भी मारे जाने की भी सूचना है। बीजापुर एसपी और बस्तर आईजी के मुताबिक मारे गए नक्सलियों में पीएल जीए कंपनी के दो माओवादी भी शामिल हैं।
इस मुठभेड़ में छह अप्रैल, 2010 को ताड़मेटला में 76 जवानों के बलिदान होने की घटना में शामिल रहे कुख्यात नक्सली डीवीसी सदस्य पापा राव सहित कई कुख्यात नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। यद्यपि अभी तक उसकी मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पापा राव आठ लाख रुपये का इनामी है। वह बीजापुर-सुकमा के सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय रहा है। डेढ़ वर्ष पहले उसे गंगालूर एरिया कमेटी में भेजा गया था।
बस्तर आईजीपी सुंदरराज ने कहा कि जिस इलाके में मुठभेड़ हुई, उस इलाके में खूंखार नक्सली पापा राव की मौजूदगी की खबर मिली थी। मारे गए नक्सलियों की पहचान होने के बाद साफ होगा उसमें पापा राव भी शामिल है या नहीं। अगर मारे गए नक्सलियों में पापा राव भी है तो फिर यह बड़ी कामयाबी साबित होगी । पापा राव माओवादियों की केंद्रीय कमेटी का मेंबर है और बस्तर की हर बड़ी नक्सली घटना में उसकी संलिप्तता रही है। तलाशी अभियान अभी जारी है। मारे गए नक्सलियों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।
पिछले तीन माह से नक्सलियों के सबसे मजबूत गढ़ पालनार, डुमरीपालनार, चिंतावागु, कावड़गांव, मुतवेंडी, गुंडम, पुतकेल और छुटवाही में सुरक्षा बलों के कैंप स्थापित कर नक्सलियों के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। बीते तीन माह में 43 नक्सली मार गिराए गए हैं। मंगलवार को करीब आठ घंटे मुठभेड़ चली। इसमें डीआरजी , सीआरपीएफ , कोबरा और बस्तर बटालियन ने नक्सलियों को मार गिराया।