Bhopal। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच जुबानी जंग भी जारी है। राजनेता जमकर आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए बयानबाजी कर रहे हैं। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा छिंदवाड़ा की पवित्र भूमि को रणभूमि बनाने वाले बयान पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने पलटवार किया है।
मुख्यमंत्री डॉ यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने सोमवार को कहा है कि पवित्र निर्वाचन की कार्यवाही चल रही है। सभी को अपने प्रत्याशी को लेकर, रणनीति के आधार पर जनता के बीच अपनी बात रखना है। निर्वाचन में जनता के बीच जाने के लिए हमारा मूल तंत्र अपनी पार्टी के पदाधिकारी हैं। जब पदाधिकारी का विश्वास हमारे ऊपर से उठने लगे, हम दूसरे को दोष कैसे दे सकते हैं?
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारे साथ पदाधिकारी, विधायक, महापौर का निर्वाचन होता है। जब ये जा रहे हैं तो हताशा और निराशा की अवस्था आ गई है। बेहतर ये होगा कि लोग अपना आत्मनिरीक्षण करें। जैसे हम भाजपा के लोग आत्म निरीक्षण करते हैं, अपने साथ जितने लोग जुड़ रहे हैं, उनको जोड़ते जा रहे हैं। जो हमारी नीति से सहमत है, वो आते जा रहे हैं। निर्वाचन में चुनाव के समय रोना, निराशा दिखाना, शोभा नहीं देता।
कमलनाथ ने किया था ट्वीट
गौरतलब है कि कमलनाथ ने सोशल मीडिया एक्स पर सोमवार को पोस्ट कर लिखा था कि मैं 45 वर्षों से छिंदवाडा को भारत का सबसे विकसित इलाका बनाने की तपस्या कर रहा हूं। छिंदवाडा मेरे लिए कर्मभूमि और तपोभूमि है। भाजपा वाले इस पवित्र भूमि को रणभूमि बनाना चाहते हैं। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी धनबल, बाहुबल और सत्ता बल का दुरुपयोग करने में लगी है। नेताओं को डराया धमकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छिंदवाडा की जनता भाजपा की इस कारस्तानी को बडे गौर से देख रही है और उसने ठान लिया है कि जो लोग छिंदवाडा पर आक्रमण कर रहे हैं उनको करारा जवाब देगी। हर चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी झूठ, फरेब और सौदेबाजी का खेल खेलती है लेकिन जब चुनाव परिणाम आता है तो पता चलता है कि छिंदवाडा की जनता ने भाजपा को उसके अपराध का दंड दिया है। छिंदवाडा अपने सम्मान में कोई गुस्ताखी बर्दाष्त नहीं करेगा और अपनी विकास यात्रा पर अविरल आगे बढता रहेगा।