रांची। राजधानी रांची में दुर्गा पूजा को लेकर एक से बढ़कर एक पंडालों का निर्माण किया जा रहा है। इसी क्रम में शहर के बरियातु हाउसिंग कॉलोनी के स्वर्ण जयंती क्लब दुर्गा पूजा समिति इस बार इंको फ्रेंडली पंडाल का निर्माण करवा रहा है।
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समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सत्यम सत्यदर्शी ने शुक्रवार को बताया कि त्रिनयनी की थीम पर पंडाल बनाया जा रहा है। त्रिनयनी देवी दुर्गा का एक स्वरूप है, जिनके तीन नेत्र सूर्य, चंद्र और अग्नि के प्रतीक हैं। वे शरद ऋतु में दस भुजाओं के साथ अवतरित होकर भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। यह रूप आस्था, आंतरिक दृष्टि और शुभता का प्रतीक है। इसी को पंडाल में दर्शाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस पंडाल को जगतनाथ दास बना रहे हैं, जो मेदनीपुर बंगाल के निवासी हैं। पंडाल को बनाने में मिट्टी के दीयों और चिलम का इस्तेमाल किया गया है। इसे बनाने में 4 ट्रक सामान इस्तेमाल किया जा रहा है। रात-दिन 25 पुरुष और 10 महिला कारीगर इसे बनाने में जुटे हुए हैं। 52 फीट का गेट इसका आकर्षण का केंद्र होगा। इसमें मैकेनिकल लाइटिंग भी खास होगी।
कार्यकारी अध्यक्ष बताया कि पंडाल निर्माण में स्वदेशी सामान का इस्तेमाल किया गया है। माँ के दरबार से एक खास संदेश भी दिया गया है,’ स्वदेशी अपनाओ, भारत को बढ़ाओ’।
उन्होंने बताया कि पंडाल की ऊंचाई 50 फीट, चौड़ाई 60 फीट होगी। पंडाल पर 15 लाख रुपये खर्च होंगे। जबकि मूर्ति पर दो लाख, लाइटिंग में 3 लाख, साउंड में 70 हजार, प्रसाद व भंडारा में 8 लाख कुल 28,70,000 रुपये लगेंगे।
सत्यम सत्यदर्शी ने बताया कि अष्टमी को महाआरती का आयोजन किया जाएगा। गंगा की तर्ज पर बनारस से आए हुए पुरोहितों की ओर से आरती का आयोजन मुख्य आकर्षण का केंद्र बनेगी। सप्तमी फल प्रसाद, अष्टमी खीर, नवमी खिचड़ी, दशमी को भंडारा का आयोजन किया जाएगा। बच्चों के लिए जंपिंग झूला और मिकी माउस भी लगाया जाएगा। पूजा को लेकर समिति के सदस्य जोर –शोर से लगे हुए हैं।