भोपाल। भारतीय जनता पार्टी और खासकर हिन्दू नेता के रूप में अपनी सशक्त छवि रखनेवाले प्रमुख नेतृत्व रखनेवाले और पूर्व विधायक रमेश शर्मा “गुट्टू भैया” का बुधवार रात हृदयाघात से निधन हो गया। बीती रात दो बजे उन्होंने उन्हें बेचैनी के साथ सीने में दर्द होने की बात कही और उसके कुछ देर बाद ही उनका हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया।
उनके निधन पर भाजपा समेत पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ट्वीट करते हुए स्व. “गुट्टू भैया” को अपनी श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि, “आदरणीय रमेश शर्मा जी ‘गुट्टू भैया’ छात्र राजनीति के जमाने के वरिष्ठ साथी थे। ऐसे सरल, सहृदय, नेक और आत्मीयता से भरे गुट्टू भैया का चले जाना, मेरी व्यक्तिगत क्षति है। आपका जाना भोपाल के सार्वजनिक जीवन में एक सूनापन छोड़ जायेगा। ईश्वर अपने श्रीचरणों में आपको स्थान और परिजनों को यह गहन दुःख सहन करने की शक्ति दें।”
वहीं, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी रमेश शर्मा को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, “वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक रमेश शर्मा ‘गुट्टू भैया’ के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। उनका निधन भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है।”
इनके अलावा राज्य मंत्री विश्वास सारंग ने ट्वीट करते हुए कहा है कि, “बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं भोपाल उत्तर के पूर्व विधायक श्रद्धेय रमेश शर्मा जी ( गुट्टू भईया) के आकस्मिक निधन का समाचार अत्यंत दुःखद हैं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोकाकुल परिजनों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
उल्लेखनीय है कि रमेश शर्मा ‘गुट्टू भैया’ राजधानी भोपाल की उत्तर सीट से विधायक रहे थे। गुट्टू भैया 90 के दशक में मध्य भारत में एक हीरो की भूमिका में रहे । जब 1992 भोपाल दंगों के बाद विधानसभा चुनाव हुए तो भाजपा की पटवा सरकार सत्ता में अपनी वापिसी नहीं कर पाई थी लेकिन 1993 का उत्तर भोपाल का यह चुनाव भोपाल की जनता ने लड़ा और हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष गुट्टू भैया को भारी मतों से विजय दिलवायी थी । उत्तर भोपाल में यह पहली बार था जब कोई हिंदू विधायक चुना गया था। उस समय गुट्टू भैया की जीत प्रदेश में भाजपा की हार पर भी भारी रही थी। उत्तर भोपाल की जीत ने पूरे मध्य भारत में लोगों को रोमांचित कर दिया था।