Ranchi | राजधानी में आयोजित पूर्व सैनिक महासम्मेलन में झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि पूर्व सैनिक राष्ट्र के प्रति समर्पण, अनुशासन और सेवा भावना के प्रतीक हैं और उनका योगदान समाज एवं राष्ट्र के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने पूर्व सैनिकों को सीमाओं की रक्षा के प्रहरी बताया और उनके अनुशासन, साहस और समर्पण को मार्गदर्शक बताया।
यह भी पढ़े: पुल के नीचे मिला युवक का शव, सड़क जाम
राज्यपाल महोदय ने अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद को बधाई दी कि इसने इन वीर योद्धाओं को समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए संगठित किया है। उन्होंने कहा कि सैनिकों का योगदान केवल युद्धक्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं में सहायता और दूरदराज़ क्षेत्रों में सामाजिक उत्थान में भी उनकी भूमिका अद्वितीय है।
उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा “वन रैंक, वन पेंशन” जैसी ऐतिहासिक योजनाओं के कार्यान्वयन की सराहना की और कहा कि पूर्व सैनिकों के अनुशासन और नेतृत्व कौशल शिक्षा, ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में कार्य समाज को समृद्ध कर सकते हैं।
राज्यपाल महोदय ने पूर्व सैनिकों के बच्चों की शिक्षा, परिवार की सुरक्षा और रोजगार के सम्मानजनक अवसर सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता की बात कही। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक केवल अतीत के रक्षक नहीं हैं, वे हमारे वर्तमान और भविष्य के निर्माता भी हैं। उनके सम्मान और गरिमा की रक्षा करना हमारा नैतिक कर्तव्य है, जो राष्ट्र के प्रति सच्ची सेवा का प्रमाण है।