Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) ने शुक्रवार को राजभवन के प्रज्ञाकक्ष में सिद्धार्थनगर विश्वविद्यालय कपिलवस्तु के नैक एक्रीडेशन के प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की।
इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हरिबहादुर श्रीवास्तव ने राज्यपाल को अवगत कराया कि इस विश्वविद्यालय को वर्ष-2015 में स्थापित किया गया था। वर्ष 2020 में पांच वर्ष पूर्ण करके नैक ग्रेडिंग की अर्हता प्राप्त हो चुकी है। इस क्रम में विश्वविद्यालय के नैक मूल्यांकन के लिए सेल्फ स्टडी रिपोर्ट दाखिल करने की तैयारी की जा रही है।
इस दौरान राज्यपाल ने सभी सातों क्राइटेरिया पर बिंदुवार समीक्षा की और सम्पूर्ण प्रस्तुतिकरण को समग्रता से पुनरावलोकन और सशक्त बनाने को कहा। उन्होंने विश्वविद्यालय की नैक टीम के सदस्यों से उनके शैक्षणिक अनुभव, शोध कार्यों की जानकारी लेते हुए उन्हें विश्वविद्यालय के हित में अनुभवों का बेहतर उपयोग करने के लिए प्रेरित किया।
राज्यपाल ने प्रस्तुतिकरण में विभिन्न बिंदुओं पर विवरण उल्लेख की कमी को लक्षित करते हुए हर बिंदु को विवरण से पुष्ट करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रस्तुतिकरण को अपूर्ण बताया और टीम सदस्यों को इस संदर्भ में विविध दिशा-निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि क्राइटेरिया के हेड अन्य नैक ग्रेडिंग प्राप्त विश्वविद्यालय की एसएसआर रिपोर्ट का अध्ययन कर अपने विश्वविद्यालय में गुणवत्तापूर्ण सुधार करते हुए प्रस्तुतिकरण को भी सुदृढ़ करें। सभी टीम सदस्यों को एक साथ बैठकर एसएसआर तैयार करे, जिसमें आपसी तालमेल के साथ रिपोर्ट और तथ्यों का समान आदान-प्रदान करके रिपोर्ट को सशक्त किया जा सके।
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राज्यपाल ने बेस्ट प्रैक्टिस में विविध गतिविधियों के नवीन सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न एनजीओ से समन्वय स्थापित करते हुए गांव में बाल विवाह, दहेज प्रथा के उन्मूलन के लिए जागरूकता का प्रसार, विश्वविद्यालय से सम्बद्ध अन्य जनपदों से दहेज, बाल विवाह, टीबी पेशेंट, कुपोषण संबंधी आंकड़े मंगवाए जाए।
उन्मूलन के विश्वविद्यालय स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, बालिकाओं के सर्वांगीण विकास व सामाजिक सशक्तिकरण के भी प्रयास करें। इसके साथ ही सभी क्राइटेरिया की समीक्षा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय की नैक टीम में नए सदस्य जोड़ें। टीम द्वारा अपने प्रस्तुतिकरण को सुधारा जाए, इसमें विविध समाजिक व कल्याणकारी विस्तार गतिविधियों के प्रारंभ से वर्तमान तक के फोटो लगाएं। नैक मूल्यांकन के मानक बिंदुओं को क्रम से पूरा करें