Palamu। उत्पाद सिपाही दौड़ में युवाओं की हो रही आकस्मिक मौत को लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गंभीर दिख रहे हैं। साध ही किस स्तर से चूक हुई से संबंधित जांच भी की जा रही है। ज्ञात हो कि पलामू में बहाली के दौरान दो प्रतिभागियों की मृत्यु हो गई है। छतरपुर प्रखंड के कउवल ग्राम के गिरजा राम के पुत्र अरुण कुमार एवं पांडू प्रखंड के मुरमा कला के दीपक कुमार पासवान की मृत्यु उत्पाद सिपाही दौड़ के दौरान हो गई थी।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर झामुमो के पलामू जिला अध्यक्ष राजेंद्र कुमार सिन्हा के नेतृत्व में मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को मृतक अरुण कुमार के परिजनों से मिलकर सांत्वना दिया। जिला अध्यक्ष ने कहा की युवाओं की आकस्मिक मृत्यु बहुत ही पीड़ा दायक है। पूरा झारखंड मुक्ति मोर्चा परिवार मर्माहत है। मृतक अरुण अपने साथ घर के सारी उम्मीदों को लेकर चला गया। उसके परिवार की बहुत सारी उम्मीदें जुड़ी हुई थी, जो धारी की धरी रह गई। ईश्वर इस दुख की घड़ी में पूरे परिवार को दुख को सहने की ताकत दे। दोनों युवाओं के परिवार की स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा और सरकारी प्रावधान के अनुसार मदद दिलाने के बात की जाएगी।
उन्होंने कहा कि उन्हें जब भी आवश्यकता हो निःसंकोच हमसे या पार्टी के किसी नेता से मिल सकते हैं और उनकी जो भी समस्याएं होंगी उन्हें अतिशीघ्र दूर करने की कोशिश की जाएगी। विपक्षियों पर निशाना साधते हुए राजेंद्र ने कहा कि विपक्ष के नेता अमर बावरी के साथ जितने भी भाजपा के नेता संसद गए हुए थे सभी दुखी परिवार को सांत्वना देने के बदले राजनीतिक करते हुए नजर आए, जो अती निंदनीय है। शायद उन्हें याद नहीं कि इस नियम को बनाने वाली भी भाजपा की सरकार थी, जिसने डेढ़ किलोमीटर दौड़ को बढ़ाकर 10 किलोमीटर की दौड़ करने का निश्चित किया था।
प्रतिनिधि मंडल में पार्टी के केंद्रीय समिति सदस्य चंदन प्रकाश सिन्हा, जिला सचिव सन्नू सिद्दकी, जिला उपाध्यक्ष कमाल खान, महानगर अध्यक्ष फंटूश जायसवाल, वरीय नेता अविनाश देव, हाजी ललन, अखिलेश सिंह, युवा जिला अध्यक्ष सनी कुमार शुक्ला, देवानंद भारद्वाज, उपाध्यक्ष बबलू चौधरी, छोटू त्रिपाठी, अरविंद चौधरी, नौडीहा बाजार प्रखंड अध्यक्ष उदय पासवान उपस्थित थे।