देहरादून। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को रक्षा बंधन पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व भाई-बहन के अटूट स्नेह और प्रेम का प्रतीक के साथ महिलाओं के सम्मान का पर्व है।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि) ने पर्व की पूर्व संध्या पर जारी संदेश में कहा है कि प्रेम, स्नेह और विश्वास का यह पर्व सामाजिक सौहार्द एवं आपसी भाईचारे को भी बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि यह पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को और मजबूत करता है और सभी प्रदेशवासियों के पारिवारिक जीवन में सुख-शांति और खुशहाली लेकर आए।
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि रक्षा बंधन महिलाओं के प्रति सम्मान और विश्वास का पर्व है।
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सांस्कृतिक और पौराणिक महत्व का यह पर्व कर्तव्य, आत्मीयता, त्याग, सामाजिक एकता व सद्भाव की भावना को भी बढ़ावा देने वाला है। भाई बहन के पवित्र रिस्ते, आत्मीयता एवं आपसी स्नेह से जुड़ा यह पर्व सभी के जीवन में हर्ष और उल्लास का संचार करे इसकी भी मुख्यमंत्री ने कामना की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षण और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार महिलाओं की आर्थिक और सामाजिक प्रगति के लिए संकल्पबद्ध होकर सभी क्षेत्रों में समान अवसर उपलब्ध करा रही है। आज हमारी नारीशक्ति अपने कार्यों और आत्मविश्वास से स्वयं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से सराहनीय कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए जा रहे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और उन उत्पादों की अच्छी बिक्री हो, इस उद्देश्य से राज्य में ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हर क्षेत्र में हमारी मातृशक्ति का प्रतिनिधित्व बढ़ा है। उत्तराखण्ड के विकास में मातृशक्ति की अहम भूमिका है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर रक्षा बन्धन के अवसर पर प्रदेश की महिलाओं को प्रदेश के अन्दर उत्तराखण्ड परिवहन निगम की ओर से संचालित बसों में निशुल्क यात्रा सुविधा भी प्रदान की गई है।