पटना : मोक्ष की भूमि बिहार के गयाजी में पितरों के मुक्ति का 17 दिनों तक चलने वाले मेले का शनिवार को प्रभारी मंत्री सुनील कुमार सहित अन्य मंत्रियों ने उद्धाटन किया। गयाजी में छह (06) से इक्कीस (21) सितंबर तक इस मेले का आयोजन होगा।
बिहार के गयाजी में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला-2025 का शुभारंभ आज वैदिक मंत्रोच्चारण और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। बिहार सरकार के प्रभारी मंत्री ने मेला का उद्घाटन किया। मेला उद्घाटन के अवसर पर प्रभारी मंत्री सुनील कुमार, सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी, पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह, गया के विधायक मंजू अग्रवाल, मेयर गणेश पासवान, जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी सहित प्रशासनिक अधिकारी एवं गणमान्य मौजूद रहे।
विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला के लिए गयाजी में 324 सेक्टर अधिकारियों की तैनाती की गयी है। विदेशों से भी आने वाले श्रद्धालुओं पर प्रशासन की नजर रहेगी। पिंडदानियों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के लिए विष्षुपद मंदिर के पास पुलिस कंट्रोल रूम भी खोल दिया गया है। सुबह तीन बजे से रात 11 बजे तक गयाजी शहर के किसी भी रूट पर ट्रक और बस जैसे बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है।
दरअसल, मोक्ष का यह महापर्व 17 दिनों तक चलेगा। इस दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु गयाजी आएंगे। भगवान विष्णु की पावन नगरी गयाजी में आश्विन महीने में प्राचीन काल से ही यह मेला लगता आया है।
पौराणिक मान्यता है कि यहां पिंडदान, श्राद्धकर्म और तर्पण करने से पितरों की आत्मा को शांति और मोक्ष मिल जाता है। वर्तमान में यहां 54 वेदी स्थल हैं। जहां लाखों की संख्या में आए श्रद्धालु अपने पितरों के उद्धार के लिए अनुष्ठान करते हैं।
गयाजी में पितृपक्ष मेला के लिए जिला प्रशासन ने 64 सरकारी जगहों पर श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की है। गांधी मैदान में 2500 लोगों के लिए टेंट सिटी बनायी गयी है। इसके अलावा 132 होटल, गेस्ट हाउस और 527 पंडा के निजी भवनों को तैयार किया गया है। यहां शुल्क देकर श्रद्धालु ठहर सकते हैं। 76 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के ठहरने का इंतजाम प्रशासन ने किया है।