नई दिल्ली। अब से बस चंद मिनटों के बाद ही नोएडा में बना 32 मंजिला ट्विन टावर को गिरा दिया जाएगा। दोपहर ढाई बजे इस 32 मंजिला इमारत मिटटी में मिल जाएगी। आसपास के लोगों को सतर्क कर दिया गया है। पुलिस फोर्स की भारी संख्या में तैनाती की गई है।
टविन टावर को सोक ट्यूब सिस्टम से ध्वस्त किए जाएंगा। इस तकनीक में मलबा पानी के झरने की तरह सीधे नीचे गिरता है। टावर को गिराने के लिए अलग-अलग सेकेंड में विस्फोट किए जाएंगे। टावर गिरने की शुरुआत बेसमेंट से होगी। एक-एक कर स्लैब गिरेंगे. दोनों टावर का पहला फ्लोर एक सेकेंड।
आखिर क्यों गिरायी जा रही है ये इमारत
सुपरटेक कंपनी ने ट्विन टावर को साल 2009 में बनाया था। इस प्रोजेक्ट में करीब 1000 फ्लैट्स बनाए जाने थे। लेकिन बाद में बिल्डिंग के प्लान में बदलाव किया गया। इसके बाद कई खरीदार 2012 में इलाहाबाद हाईकोर्ट चले गए। इसमें से 633 लोगों ने फ्लैट बुक कराए थे। 248 लोग रिफंड ले चुके हैं, 133 दूसरे प्रोजेक्ट्स में शिफ्ट हो गए, लेकिन 252 ने अब भी निवेश कर रखा है। इस मामले में 2014 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने नोएडा प्रधिकरण को फटकार लगाई और इस प्रोजेक्ट को अवैध घोषित करके ध्वस्त करने का आरोप दे दिया। इसके बाद सुपरटेक कंपनी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने इसे गिराने का आदेश दे दिया।