Lucknow। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्रता दिवस पर विधान भवन के समक्ष ध्वजारोहण के बाद अपने संबोधन में देश के वीर सपूतों को नमन करते हुए कहा कि अगले पांच सालों में उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी वाला राज्य बनेगा। जब हम आजादी का शताब्दी वर्ष मना रहे होंगे तो भारत विकसित राष्ट्र होगा। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश और देश के प्रत्येक नागरिक को प्रधानमंत्री मोदी के पंच प्रण के संकल्पों से जुड़कर अपनी जिम्मेदारियों को निभाना होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की आजादी और आजादी के बाद देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारत माता के सपूतों को नमन करते हुए प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि आजादी का यह पर्व देश की सीमा की रक्षा करने वाले और आंतरिक सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारत माता के सपूतों को नमन करने का अवसर है। मैं भारत माता के इन सपूतों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
योगी ने कहा कि आज भारत अपना स्वतंत्र व स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। यह आजादी के अमृत काल का प्रथम आयोजन है। हम सब जानते हैं कि 12 मार्च 2021 से प्रधानमंत्री मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव का शुभारंभ गुजरात की साबरमती के तट पर एक नए संकल्प, नए उत्साह और उमंग के साथ आयोजन करने का आह्वान किया था। एक तरफ जहां यह भव्य आयोजन की ओर बढ़ रहा है, वहीं आगामी 25 वर्षों के लिए देश के निर्माण के लिए सब का आह्वान कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 वर्ष के बाद जब हमारा देश आजादी का शताब्दी वर्ष मना रहा होगा, तब हमें एक ऐसा भारत चाहिए जो स्वतंत्र भारत के सपने को साकार करने वाला हो। हम विकसित राष्ट्र होंगे। नए संकल्प के साथ जुड़ने के लिए आज हम सब इस पावन आयोजन के साथ जुड़े हुए हैं। उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग ने एक भारत श्रेष्ठ भारत से जुड़ा सांस्कृतिक कार्यक्रम यहां आयोजित किया है। इसमें सिक्किम, गुजरात और उत्तर प्रदेश के कलाकारों ने अद्भुत प्रस्तुति दी है। कलाकारों की इस झांकी को वास्तविकता में धरातल पर उतारने के लिए हम सबको पंचप्रण के संकल्प के साथ से जुड़ना होगा।
वीर जवानों के परिवारों को भी इस मौके पर सम्मानित किया गया। यह सम्मान पूरे देश के अंदर हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में, सभी 58000 ग्राम पंचायतों में, सभी नगर निकायों में यह आयोजन उसी रूप में संपन्न हो रहा है जिससे हर व्यक्ति के मन में अनुभूति हो कि मैंने अपने कर्तव्यों का अगर निर्वहन किया तो वर्तमान और भावी पीढ़ी हमें सम्मानित करेगी।
योगी ने कहा कि आज हम सब एक नए भारत का दर्शन कर रहे हैं। हम सब जानते हैं कि हमारे संस्कार भूमि को माता के रूप में मानने के हैं। हमारे लिए कभी भी धरती भूमि का टुकड़ा नहीं है। हमने इसे मां के रूप में सम्मान दिया है। धरती को माता के रूप में सम्मान देकर के उसके प्रति जो कुछ भी अपना है, कर गुजरने की तमन्ना के साथ हर भारतवासी कार्य कर्ता है। यही कारण है कि हजारों हजार वर्ष की इस विरासत पर हम गर्व की अनुभूति करते हैं। इसीलिए ऐसे कार्यक्रम को किया जा रहा है। यही कारण है कि अनेकता में एकता के दर्शन भारत में होते हैं। यही कारण है कि रूप, रंग, बेस, भूसा, खान-पान, सब कुछ अलग होते हुए भी भारत और मातृभूमि के प्रति हम जुड़ते हैं। कोई हमें उससे अलग नहीं कर सकता। हर भारतवासी उत्तर का हो, दक्षिण का हो, पूर्व का हो या पश्चिम का हो, वह पहले भारत माता को प्राथमिकता देता है। इस भाव के साथ संपूर्ण भारतवासी कार्य करते हैं। याद करिए तमिलनाडु का एक जवान उत्तर की सीमा की रखवाली करते हुए अपने प्राणों की आहुति कर गौर्वान्वित महसूस करता है। भारत के किसी भी कोने में अगर भारत के किसी क्षेत्र के जवान को तैनात किया गया तो उसने भारत मां की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने में कभी संकोच नहीं किया। हजारों वर्ष पहले केरल में जन्म एक सन्यासी ने भारत की सांस्कृतिक एकता को एक करने के लिए कार्य किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगले 25 वर्ष में भारत विकसित भारत के रूप में खड़ा होगा। अगर कोई व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ईमानदारी से कर रहा है तो वह अपने क्षेत्र का श्रेष्ठ है। देश आजादी के अमृत काल में प्रवेश किया तो दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था बनता है। आज भारत जी-20 का नेतृत्व कर रहा है। अगले 05 वर्षों में भारत दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बनेगा, वहीं उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर इकोनामी का राज्य होगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने उप्र की अपनी छह साल की सरकारी उपलब्धियों को भी इस मंच से दोहराया।
इस मौके पर विधान परिषद के सभापति कुंअर मानवेन्द्र सिंह, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह, मोहसिन रजा, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, पुलिस महानिदेशक विजय कुमार समेत शासन एवं जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।