भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) आज (मंगलवार को)औपचारिक शिक्षा प्राप्त युवाओं को पंजीकृत औद्योगिक एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में ऑन जॉब ट्रेनिंग की सुविधा के लिए शुरू की गई “मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना” के लिए आवेदकों की पंजीयन प्रक्रिया का शुभारम्भ करेंगे। रवीन्द्र भवन भोपाल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम दोपहर 12 बजे शुरू होगा, जिसमें मुख्यमंत्री चौहान पंजीयन की शुरुआत कर एक युवा का पोर्टल पर पंजीयन फॉर्म भरवाएंगे और उसे योजना की प्रक्रिया से अवगत कराएंगे। मुख्यमंत्री कॉलेज की छात्र-छात्राओं से संवाद भी करेंगे।
जनसम्पर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान ने युवाओं को कौशल विकास के साथ ही लर्न एंड अर्न की तर्ज़ पर ऑन जॉब ट्रेनिंग की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना की लागू की है। मुख्यमंत्री आज इस योजना में युवा आवेदकों के पंजीयन की प्रक्रिया की शुरुआत करेंगे। कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव और स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार विशिष्ट अतिथि होंगे।
कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा और ऊर्जा विभाग के हितग्राही सहित लगभग 1600 युवा शामिल होंगे। कार्यक्रम का सभी कॉलेज, स्कूल और तकनीकी शिक्षा के संस्थानों पर सीधा प्रसारण होगा। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म, ट्विटर, फेसबुक तथा यू-ट्यूब पर किया जाएगा।
– 10 हजार से अधिक प्रतिष्ठानों ने किया पंजीयन, 34690 वेकेन्सी निर्मित
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में युवाओं को उद्योगों के साथ सर्विस सेक्टर में कौशल प्रशिक्षण दिलाते हुए स्टाइपेंड की व्यवस्था की गई है। युवाओं को नवीनतम तकनीक और प्रक्रिया से व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रथम चरण में एक लाख युवाओं को रोज़गारोन्मुखी कौशल में प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य है। आवश्यकतानुसार लक्ष्य को बढ़ाया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को 8 हज़ार से 10 हज़ार रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड प्राप्त होगा। प्रशिक्षण के बाद निर्धारित परीक्षा उत्तीर्ण करने पर अथवा फ़ॉर्मेटिव एसेसमेंट के बाद मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोज़गार बोर्ड द्वारा स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। इसके लिए योजना से कंपनियों और सर्विस सेक्टर को जोड़ा गया है।
योजना में देश एवं प्रदेश के ऐसे औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान पात्र होंगे, जिनके पास PAN और GST पंजीयन है। अब तक लगभग 10 हज़ार 429 प्रतिष्ठानों को पंजीकृत किया जा चुका है। इनमें 23 अन्य राज्य के प्रतिष्ठान भी शामिल हैं। प्रतिष्ठानों द्वारा लगभग 34 हज़ार 690 वेकेन्सी(प्रशिक्षण की सीट) क्रिएट की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में 18 से 29 वर्ष आयु तक के मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी युवा पात्र हैं, जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई (IIT) उत्तीर्ण या उससे उच्च है। चयनित युवा छात्र, प्रशिक्षणार्थी कहलाए जाएंगे। प्रत्येक कोर्स के लिए देय स्टाइपेंड का निर्धारण प्रावधानित न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया गया है।
इसमें 12वीं या उससे कम कक्षा उत्तीर्ण युवाओं को 8 हज़ार रुपये प्रतिमाह, आईटीआई उत्तीर्ण को 8 हज़ार 500, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9 हज़ार तथा स्नातक उत्तीर्ण अथवा इससे उच्च शैक्षणिक योग्यता वाले प्रशिक्षणार्थी युवाओं को 10 हज़ार रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड दिया जाएगा।