इस्लामाबाद: वैश्विक आतंकवादी संगठन ‘जैश-ए-मोहम्मद’ सरगना मसूद अजहर का बेहद करीबी गुर्गा दाऊद मलिक भी आखिरकार मारा गया। वह जैश-ए-मोहम्मद के अलावा लश्कर-ए-जब्बर और लश्कर-आई-जांगवी से भी जुड़ा था। पाकिस्तान की पुलिस ने माना है कि शुक्रवार सुबह उत्तरी वजीरिस्तान में आदिवासी जिले के मिराली इलाके में अज्ञात नकाबपोशों के लक्षित हमले में दाऊद मलिक ढेर हो गया। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है। पुलिस ने बताया कि दाऊद मलिक को एक निजी क्लीनिक में सशस्त्र नकाबपोश लोगों ने निशाना बनाया, जो उसकी हत्या कर भागने में सफल रहे।
उल्लेखनीय है कि मसूद अजहर, हाफिज सईद, लखवी और दाऊद इब्राहिम आदि की भारत को लंबे समय से तलाश है। भारत सरकार इन सबको आतंकी घोषित कर चुकी है। इन वांछितों में पठानकोट हमले का मास्टर माइंड शाहिद लतीफ पहले ही पाकिस्तान में मारा जा चुका है। इसके अलावा आईएसआई एजेंट मुल्ला बाहौर उर्फ होर्मुज को भी पाकिस्तान में ढेर किया जा चुका है। एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की बालाकोट एयर स्ट्राइक में दाऊद मलिक बच गया था।
पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना ने बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की थी। उस वक्त दाऊद मलिक की वहां पर उपस्थिति बताई जाती है। मलिक आईएसआई की हिफाजत में रहता था। आईएसआई एजेंट मुल्ला बाहौर उर्फ होर्मुज को बलूचिस्तान में गोली मारी गई थी। बाहौर के बारे में कहा जाता है कि उसने ही ईरान से भारतीय कुलभूषण जाधव को अगवा कर आईएसआई के हवाले किया था। जाधव को पाकिस्तान की कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी। इसके खिलाफ भारत ने हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में दस्तक दी थी। वहां से कुलभूषण की मौत की सजा पर रोक लगाई गई है।