NEW DELHI : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता 1 से 15 जनवरी, 2024 के बीच व्यापक संपर्क अभियान चलाकर लोगों को अयोध्या में श्री राम के मंदिर के दर्शन के लिए आमंत्रण देंगे। भुज (गुजरात) में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सर्वोच्च नीति निर्धारक बैठक, अखिल भारतीय प्रतिनिधिमंडल में गत दो दिनों में हुई चर्चा की जानकारी देने के लिए आयोजित पत्रकार वार्ता में संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने बताया कि आगामी 1 जनवरी से 15 जनवरी तक संघ के कार्यकर्ता राम मंदिर के लिए अभियान चलायेंगे। इस अभियान के तहत संघ के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को राम मंदिर दर्शन के लिए आमंत्रण देंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने आमंत्रण भेजा है। ट्रस्ट ने बताया है कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम चरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। उसमें नवनिर्मित गर्भ गृह में 22 जनवरी को रामलला विराजमान होंगे। इस निमित्त 14 जनवरी से 22 जनवरी तक अनुष्ठान भी चलेगा। इससे पूर्व संघ के कार्यकर्ता घर-घर जाकर एक चित्र लोगों को देंगे और उन्हें रामलला के दर्शन के लिए आमंत्रित करेंगे।
देशभर के सभी राज्यपाल व सभी मुख्यमंत्रियों को किया जायेगा आमंत्रित
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में 22 जनवरी को सभी राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित करेगा। इसके अलावा कांग्रेस, सपा और बसपा सहित देश के सभी राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया जायेगा। एक पदाधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण देने के लिए ट्रस्ट के पदाधिकारी एक-दो दिन के भीतर लखनऊ जायेंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण देश के सभी राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को भी भेजा जायेगा।